अर्जुन के पेड़ के फायदे
अर्जुन छाल का हदय रोग में प्रयोग।
हदय रोग में अर्जुन छाल का प्रयोग रामबाण है 10-15gm ताजी छाल को 200-300gm पानी में पकाएं जब एक चौथाई रह जाए तो उसे छानकर दूध डालकर सुबह-शाम पीएं।हदय की शिथिलता दूर होगी।। हदय की थडकन(angia pain ) में भी लाभ होगा। यदि ताजा न मिले तो सूखी छाल का पाउडर बनाकर पिएं।5gm पाउडर डेढ़ गिलास पानी में पकाएं आधा रह जाए तो पिएं।। मर्जी हो दूध डालें या ना डाले मीठे के लिए शहद या मिश्री या गुड़ डाल सकते हैं।।
घबराहट व बेचैनी में अर्जुन छाल का प्रयोग
बार बार घबराहट होती है बेचैनी रहती,रात को नींद नहीं आती,बीच बीच में नींद टूट जाती है तो 5gm छाल का चूर्ण उबालकर रोज सुबह चाय की तरह पिएं। तो घबराहट दूर होगी बेचैनी खत्म होगी हदय मस्तिष्क वह मांस पेशियों को ताकत भी मिलेगी। अशांति दूर होती है।
झाई मुंहासों अर्जुन की छाल का प्रयोग
जिनके चेहरे पर झाइ मुंहासे या दाग हो वो इसे चंदन की तरह घिस कर चेहरे पर लगाएं झाइयां ठीक होगी।
हड्डी रोग में अर्जुन का प्रयोग
हड्डी रोग में अर्जुन छाल बहुत ही लाभकारी है जिनको हड्डी की परेशानी है या हड्डी टूट गई हो।छाल का काढ़ा बनाकर नियमित रूप से पिएं टूटी हड्डी जल्दी जुड़ जाएगी। जिनके ( cartilage) घिस गये है हड्डियों में आवाज होती है काढ़ा बनाकर पिएं।। दिल मजबूत होगा हड्डियां जुड़ जाएगी हदय स्वस्थ होगा।ये दिव्य प्रयोग है।।
कान दर्द में इसके पत्तों का प्रयोग
यदि कान में दर्द होता है। तो इसके कोमल पत्तों का रस निकालकर चार चार बूंद कान में डालें।।आराम मिलेगा।
उच्च रक्तचाप में, प्रमेह प्रदर रोग में भी यह रामबाण है।।
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