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यह रहे पतनजली अभयारिष्ट (Abhayarishta / Abhyarist) के फायदे, उपयोग व सावधानियाँ अभयारिष्ट क्या है? अभयारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवाई है, जिसे अनेक जड़ी‑बूटियों और गुड़ (गुड़) के मिश्रण से जीवाणु क्रियावधि (fermentation) के बाद तैयार किया जाता है। 1mg +2 medmacy.com +2 यह विशेष रूप से पाचन, कब्ज, बवासीर आदि पेट‑व दोनों से जुड़ी परेशानियों के लिए मशहूर है। 1mg +2 bimbim.in +2 अभयारिष्ट के मुख्य घटक कुछ महत्वपूर्ण जड़ी‑बूटियाँ / सामग्री जो अभयारिष्ट में होती हैं: हरीतकी (Haritaki) bimbim.in +1 द्राक्षा (Draksha) bimbim.in विदंगा (Vidanga) bimbim.in मधुका कुसुम (Madhuka) bimbim.in त्रिवृत्त (Trivrit) bimbim.in गुड़ (Guda / Jaggery) bimbim.in +1 अन्य जड़ी‑बूटियाँ जैसे धान्यक, धातकी, इन्द्रवारुणी आदि। bimbim.in अभयारिष्ट के फायदे (Benefits) यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं: समस्या / क्षेत्र लाभ कब्ज (Constipation) मल को नरम करता है, आँतों की गतिशीलता बढ़ाता है, कब्ज दूर करता है। bimbim.in +2 1mg +2 पाचन सुधार पेट की गैस, पेट फूलना, अपच की स्थिति में राहत देता है। 1mg +1 भ...

अदरक के चमत्कारी औषधीय गुण | Adrak Ke Fayde | Acharya Balkrishna Ayurved...

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बिलकुल! यहाँ अदरक (Adrak) के कुछ विस्तृत और बड़े फायदे दिए गए हैं, जो आपके स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकते हैं: 🌿 1. पाचन तंत्र को मज़बूत बनाता है अदरक पाचन क्रिया को तेज़ करता है और गैस, अपच, पेट फूलना, पेट में मरोड़ जैसी समस्याओं से राहत देता है। इसमें मौजूद जिंजरोल (Gingerol) नामक तत्व आँतों की मांसपेशियों को शांत करता है और भोजन को आसानी से पचने में मदद करता है। 👉 खासकर खाना खाने से पहले थोड़ा सा अदरक नमक के साथ लेने से भूख बढ़ती है और भोजन जल्दी पचता है। ❄️ 2. सर्दी-खांसी और गले की खराश में रामबाण अदरक में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो गले के संक्रमण, सर्दी-जुकाम, खांसी और फ्लू से लड़ने में मदद करते हैं। 👉 अदरक, तुलसी, शहद और काली मिर्च का काढ़ा पीने से बहुत राहत मिलती है। यह बलगम को ढीला करता है और गले को साफ करता है। 💪 3. रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाता है अदरक का नियमित सेवन शरीर को संक्रमण से लड़ने में सक्षम बनाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। 👉 रोज़ सुबह अदरक...

मटर (Peas) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते है

ये विटामिन, खनिज, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं। यहाँ मटर के कुछ प्रमुख फायदे दिए गए हैं: पाचन तंत्र को मजबूत बनाना: मटर में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद करता है और कब्ज को दूर करता है। वजन घटाने में मदद: मटर में कम कैलोरी होती है और यह पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है। हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: मटर में पोटेशियम और फोलिक एसिड जैसे तत्व होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण: मटर में विटामिन C, E और जिंक जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करना: मटर में घुलनशील फाइबर होता है, जो रक्त शर्करा को स्थिर बनाए रखता है और मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। हड्डियों की मजबूती: मटर में कैल्शियम, फास्फोरस और विटामिन K होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। त्वचा के लिए लाभकारी: मटर में विटामिन C होता...

कंटकारी, भटकटीया, रेंगली, कटाली के फायदे

यह कंटकारी (Solanum xanthocarpum) के पौधे को विस्तार से जानते है, जिसमें इसकी पत्तियाँ, फूल, फल और जड़ें शामिल हैं। साथ ही, इसके पारंपरिक आयुर्वेदिक उपयोग, जैसे श्वसन संबंधी समस्याओं से राहत, खांसी का इलाज और त्वचा रोगों के उपचार, को भी दर्शाया गया है। कंटकारी (Solanum xanthocarpum): गुण, फायदे और उपयोग कंटकारी, जिसे "छोटी कटेरी" या "कंटाकारी" के नाम से भी जाना जाता है, आयुर्वेद में एक बहुमूल्य औषधीय पौधा है। यह पौधा स्वास्थ्य समस्याओं के प्राकृतिक समाधान के लिए उपयोगी माना गया है। इसकी पत्तियाँ, फूल, फल, और जड़ें औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। कंटकारी के औषधीय गुण श्वसन समस्याओं के लिए लाभकारी: कंटकारी अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और खांसी जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह बलगम को पतला कर श्वसन मार्ग को साफ करता है। पाचन तंत्र को मजबूत बनाए: पेट की गैस, अपच, और कब्ज जैसी समस्याओं के लिए कंटकारी का उपयोग किया जाता है। यह भूख बढ़ाने और पेट के संक्रमण को रोकने में सहायक है। त्वचा रोगों में उप...

गिलोय, गिलोय के फायदे

गिलोय, जिसे scientifically “Tinospora cordifolia” के नाम से जाना जाता है, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। इसे हिंदी में "अमृता" या "गुडूची" भी कहा जाता है, जो इसके जीवनदायी गुणों को दर्शाता है। गिलोय का उपयोग सदियों से विभिन्न रोगों के उपचार और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किया जाता रहा है। यह पौधा अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, सूजन कम करने, और शरीर को डिटॉक्स करने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। इस ब्लॉग में, हम गिलोय के फायदों (giloy benefits in hindi), इसके उपयोग (giloy uses in hind), giloy benefits for female, और giloy benefits for male पर विस्तार से चर्चा करेंगे।   गिलोय क्या है? गिलोय (giloy in hindi) एक बेलनुमा पौधा है, जो मुख्य रूप से भारत, श्रीलंका और अन्य एशियाई देशों में पाया जाता है। इसके तने, पत्तियाँ, और जड़ें औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। आयुर्वेद में, गिलोय को "रसायन" माना जाता है, यानी यह शरीर को पुनर्जनन और कायाकल्प करने में मदद करता है। इसका स्वाद कड़वा होता है, लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभ इसे एक लोकप्रिय औषधि बनाते है...

टमाटर खाने के गुण फायदे और नुकसान – Benefits of tomatoes and Disadvantag...

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sheshame ke fayde

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शीशम के औषधीय गुण | Benefits of Rosewood | Acharya Balkrishna Ji Ke Nusk...

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शीशम के औषधीय गुण | Benefits of Rosewood | Acharya Balkrishna Ji Ke Nusk...

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शीशम (Rosewood) के हैं बहुत चमत्कारिक लाभ | Acharya Balkrishna

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शीशम के फायदे

शीशम (Dalbergia sissoo) एक बहुउपयोगी वृक्ष है, जिसे भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से उगाया जाता है। यह कई औषधीय, पर्यावरणीय और व्यावसायिक लाभ प्रदान करता है। शीशम के फायदे: 1. औषधीय लाभ: हड्डियों को मजबूत करता है – शीशम की पत्तियों और लकड़ी का उपयोग हड्डियों की मजबूती के लिए किया जाता है। त्वचा रोगों में फायदेमंद – इसकी पत्तियों का रस त्वचा की समस्याओं, जैसे खुजली और एक्जिमा में राहत देता है। डायबिटीज में उपयोगी – शीशम की पत्तियों का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होता है। दांत और मसूड़ों के लिए लाभकारी – इसकी टहनी (दातुन) का उपयोग दांतों और मसूड़ों को मजबूत बनाने में किया जाता है। 2. पर्यावरणीय लाभ: ऑक्सीजन उत्पादन – यह वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में सहायक होता है। मिट्टी संरक्षण – इसकी जड़ें मिट्टी के कटाव को रोकती हैं और भूमि की उर्वरता बनाए रखती हैं। वातावरण को शुद्ध करता है – शीशम का वृक्ष हानिकारक गैसों को अवशोषित कर वायु को शुद्ध करता है। 3. व्यावसायिक एवं आर्थिक लाभ: मजबूत लकड़ी – इसकी लकड़ी बहुत मजबूत, टिकाऊ और दीमक-रोधी होती है, जिससे यह फर...

क्या आप जानते है पीपल के पेड़ के इन रहस्यों के बारे में ||

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Swami Ramdev Fact Check:

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शारीरिक कमजोरी और पेट के रोग के लिए अमृत है पीपल ~Benefits of Ficus Reli...

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